बाणगंगा स्थित मंदिर में शुक्रवार सुबह हुई चोरी 13 लाख नहीं बल्कि महज 4 लाख 1800 की निकली। महंत के बेटे ने ही अपने तीन नाबालिग दोस्तों के साथ मिलकर प्लान किया था। चारों टिक टॉक स्टार हैं और लंबे समय से मंदिर से रकम चुरा रहे थे। यू ट्यूब पर वीडियो देखकर उन्होंने वारदात को अंजाम दिया, लेकिन ओवर एक्टिंग से ये राज खुल गया। क्लोरोफॉर्म से वह तीन सेकंड में बेहोश हो गया। टीटी नगर पुलिस ने एनेस्थीसिया विशेषज्ञों से पूछा तो पता चला कि क्लोरोफॉर्म की ज्यादा मात्रा हो तब भी इससे बेहोश होने में 3 से 5 मिनट तक लग सकते हैं। पुलिस ने उससे क्लोरोफॉर्म की गंध और स्वाद पूछा तो वह भी जवाब गलत निकला। एएसपी रजत सकलेचा ने बताया कि मंदिर में हुई इस चोरी का सीसीटीवी फुटेज ही काफी कुछ बयां कर रहा था। नकाबपोश नाबालिग ने जैसे ही महंत के बेटे के चेहरे पर रुमाल रखा, वह बेहोश हो गया।
ताकि गुमराह हो पुलिस...इसलिए चूमी किताब, जूते पहनकर मंदिर में घुसा
एएसपी के मुताबिक लंबे समय से थोड़ी-थोड़ी रकम चुराने के बाद अब चारों का हौसला बढ़ गया था। उन्हें भरोसा था कि इस बार भी वे पकड़े नहीं जाएंगे। महंत के बेटे और उसके एक दोस्त ने नकाब और जूते पहनाकर अपने तीसरे दोस्त को मंदिर में भेजने का प्लान बनाया था। अरबी में लिखी ज्योतिष की किताब को चूमना और गर्भगृह में रैकी करते हुए थोड़ा वक्त गुजारना भी प्लानिंग का ही हिस्सा था। इस दौरान उसने एक बार अपना फोन भी कान पर लगाया, ताकि पुलिस गुमराह होती रहे। टीआई संजीव चौकसे ने बताया कि चारों छात्र करीब एक साल से मंदिर में चोरी कर रहे थे। अब तक दो लाख से ज्यादा रकम चुराने का अनुमान है। इसी रकम से उन्होंने आईफोन, कार और बाइक खरीद भी ली थी। कुछ दिनों पहले उन्होंने चोरी की रकम से फीस भरकर स्टंट क्लास में दाखिला भी लिया था।
सवालों में उलझा तो कबूला गुनाह
पुलिस को पता चला कि उसके पास दो आईफोन भी हैं, जिन्हें वह एक दोस्त के पास रखता है। शक और बढ़ा तो महंत के बेटे से सवाल शुरू किए। जवाब मिला कि मेरे पास एक सेकंड हैंड कार और बाइक भी है। महंत के बेटे और दोस्त से अलग-अलग पूछताछ की तो दोनों ने गुनाह कबूल कर लिया। खुलासा किया कि इस चोरी की प्लानिंग में उनके दो और नाबालिग दोस्त शामिल हैं। इस आधार पर पुलिस ने चारों नाबालिगों को पकड़ लिया है। इनमें से तीन दसवीं कक्षा के छात्र हैं, जबकि महंत का बेटा 12वीं कक्षा का छात्र है।
वारदात कर जलाए कपड़े
टीआई चौकसे ने बताया कि वारदात के बाद मंदिर में घुसे नाबालिग ने अपने कपड़े जला दिए थे। उसका चश्मा थोड़ा महंगा था, इसलिए उसने इसे ठिकाने नहीं लगाया। पुलिस ने उसके पास से नकाब, जूते और चोरी किए गए 4 लाख 1800 रुपए जब्त कर लिए हैं। मंदिर के गर्भगृह में रखी तिजोरी भी इतनी बड़ी नहीं थी कि इसमें 13 लाख रुपए रखे जा सकें।
डेढ़ घंटे बाद ही दिया पेपर
सुबह 7:24 बजे रुमाल चेहरे पर रखकर बेहोश करने की बात सामने आई। 8:15 बजे महंत का बेटा खुद बाहर निकलकर गया और परिवार को घटना की जानकारी दी। घबराई मां ने बेटे को गले से लगाया, लेकिन उन्हें क्लोरोफॉर्म की गंध नहीं आई। डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादा क्लोरोफॉर्म का असर दिनभर रह सकता है। इसके बाद भी वह करीब 50 मिनट बाद 12वीं कक्षा का पेपर देने स्कूल चला गया। वह फेंसिंग खिलाड़ी भी है, लेकिन उसने चोरी करने आए नाबालिग को कोहनी भी नहीं मारी थी।